मुस्लिम राष्ट्रीय मंच कानपुर प्रांत जिला संयोजिका कोमल नेहा जी के द्वारा उदयपुर में निर्दोष की हत्या पर कड़ी निंदा करते हुए बताया है कि उदयपुर की इस दर्दनाक घटना को देखकर ऐसा प्रतीत होने लगा है कि इंसान की इंसानियत मर सी गई हो देश में कानून नाम की भी कोई चीज होती है किसी भी भारतीय इंसान को यह अधिकार नहीं कि वह कानून के साथ खिलवाड़ करे और खुलेआम ऐसी वारदात को अंजाम दे यह किसी धर्म किसी जाति या किसी धार्मिक पुस्तक में ऐसा विवरण नहीं दिया गया कि किसी व्यक्ति को उसके कार्यस्थल या किसी अन्य स्थान पर इस तरह चाकू से गोद कर हत्या की जाए दहशत और नफरत फैलाने वालों  के मनसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे वह किसी राजनेता के या किसी धर्म के संचालक किसी भी कार्य शैली का व्यक्ति हो ऐसे नापाक  मंसूबे कभी कामयाब नहीं होंगे ऐसी सोच रखने वाले ना किसी धर्म का हो सकता है ना किसी देश का ऐसी सोच देश में चैन अमन कभी नहीं बना सकती है हम ऐसी सोच  ऐसे मंसूबे रखने वाले लोगो का विरोध करते हैं और उन्हें कड़ी सजा देने की मांग करते हैं क्योंकि हम सबकी सोच में राष्ट्र सर्वोपरि है जब बात देश पर आएगी तो हम नापाक मसूबे रखने वाले लोगों का खुलेआम विरोध करेंगे हत्यारों ने बताया कि हम रसूल की उम्मत में हैं और उन्हीं के लिए सब कर रहे हैं हुजूर नबी करीम सल्लल्लाहु ताला अलैह वसल्लम वह नबी है जो अपनी उम्मत की खातिर रातों की नींद कुरबान की है  हमारे हुजूर अपनी उम्मत को हमेशा खुश देखना चाहते हैं हमेशा यही कहते हैं सब्र करो सब्र करने वालों के साथ खुद खुदा होता है मारपीट हत्या यह इस्लाम धर्म कभी नहीं सिखाता और जो इस बात का दावा करते हैं वो इस्लाम धर्म को जानते ही नहीं मुसलमान की पहचान होती है हमेशा चैन अमन बरकरार रखे देश में शांति बनाए रखे