पत्रकारिता की गरिमा को ध्यान में रखते हुए काम करे पत्रकार- जिला सूचना अधिकारी


✍रिपोर्ट-अफ़ज़ल अली बेहट



बेहट जनता इंटर कॉलेज में आयोजित पत्रकारिता दिवस में  जिला सूचना अधिकारी दिलीप कुमार गुप्ता ने कहा है कि पत्रकार पत्रकारिता की गरिमा को ध्यान में रखते हुए काम करें, जिससे उन्हें सामाजिक सम्मान और अधिकार अवश्य मिलेगा। उन्होंने कहा कि पत्रकार समाज का आईना होता है जो वह दिखाता है वही समाज देखता है इसलिए पत्रकारों की जिम्मेदारी बनती है कि वे कवरेज करते हुए इस बात का ध्यान रखें कि उनके न्यूज़ और व्यूज से समाज पर विपरीत प्रभाव ना पड़े। 


उक्त विचार उन्होंने कस्बा बेहट में स्थित सरदार वल्लभभाई पटेल सभागार में  उत्तर प्रदेश श्रमजीवी पत्रकार यूनियन इकाई बेहट द्वारा आयोजित हिंदी पत्रकारिता दिवस के उपलक्ष में वृहद सेमिनार पत्रकारिता कल, आज और कल विषयक पर बोलते हुए प्रकट किए। उन्होंने कहा है कि एक जमाना था जब पत्रकारिता मिशन हुआ करती थी, लेकिन  सामाजिक ढांचे का उत्थान के साथ साथ पत्रकारिता का भी उत्थान हुआ और आज पत्रकारिता हाईटेक हो चुकी है, आने वाले कल में पत्रकारिता पूर्णतया सोशल मीडिया पर आधारित होगी इसके लिए समय-समय पर ट्रेनिंग कैंप लगाना पत्रकारिता से संबंधित संगठनों की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है, क्योंकि आज हर तीसरा व्यक्ति मोबाइल के माध्यम से सोशल मीडिया पर तरह तरह की पोस्ट डालता है और अपने आप को पत्रकार साबित करना चाहता है लेकिन वह असल में पत्रकार नहीं है, पत्रकार वही होता है जो किसी मान्यता प्राप्त संगठन अथवा समाचार पत्र या टीवी चैनल मीडिया ग्रुप से जुड़ा हुआ हो। मुख्य वक्ता वरिष्ठ पत्रकार वी०वी० गौतम ने कहा कि आजादी की लड़ाई में जो योगदान प्रिंट मीडिया का रहा है, उसे इतिहास कभी नकार नहीं सकता क्योंकि जितने भी आजादी के दीवाने थे सभी को दिशा देने का काम लघु एवं मझोले समाचार पत्रों ने किया। भले ही प्रिंट मीडिया में कुछ अंग्रेजी अखबार आजादी के पिपरित धारा में लगे थे। यद्यपि आज उनका अस्तित्व खत्म हो चुका है, प्रिंट मीडिया पर आज भी समाज को सर्वाधिक विश्वास होता है, इसलिए प्रिंट मीडिया से जुड़े लोगों को सामाजिक मान मर्यादाओं को ध्यान में रखते हुए देश और समाज के हित को ध्यान में रखते हुए काम करना चाहिए। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक नरेश सैनी ने कहा कि आज भी पत्रकारिता देश और समाज के लिए संघर्ष कर रही है, जिसका योगदान भुलाया नहीं जा सकता, उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चार स्तंभ में से एक स्तंभ पत्रकारिता भी होता है इसलिए जो न्यायपालिका, कार्यपालिका और विधायिका के अधिकार और कर्तव्य होते हैं, पत्रकारिता भी उनसे अछूती नहीं रह सकती इसलिए पत्रकारिता सदैव मिशन रहा है और आगे भी रहेगा। उन्होंने  सरकार से मांग की कि पत्रकारों के अधिकारों को और अधिक मजबूत करने की जरूरत है, तथा कोरोना काल में मौत का शिकार हुये पत्रकारों के परिजनों को आर्थिक सहायता मिलनी चाहिए तथा बुजुर्ग पत्रकारों को पेंशन मिलनी चाहिए पत्रकारिता मिशन की सुरक्षा हो सकती है।  इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार श्याम कुमार सैनी, संगठन के जिलाध्यक्ष सुशील शूरी, जिला संयोजक नफीस थानवी, सहसंयोजक सरदार मान्ना, जिला महासचिव अशोक शर्मा, रविंद्र चौधरी,  भाजपा नेता अनिल सिंघल, कोतवाली इंचार्ज एस एस आई अजय सिंह, पूर्व ब्लाक प्रमुख हंसराज गौतम आदि ने भी अपने विचार प्रकट करते हुए निष्पक्ष एवं गरिमामई पत्रकारिता को बढ़ावा देने का आव्हान किया जबकि समारोह में बहुत से राजनैतिक लोग , मोहित जैन, मुकेश राणा, सुभाष सैनी, लोकेश त्यागी, नीरज चौहान, प्रदीप गुप्ता प्रधान, डॉ सतेन्द्र सिंह , प्रदीप शर्मा प्रधान, सतीश धीमान, संदीप सहगल प्रधान, अशोक धीमान प्रधान, विक्रम प्रधान, उदय भारती, रजनीश राणा एडवोकेट, बबलू सिंह एडवोकेट, नीटु कुमार एडवोकेट, मोहन सैनी एडवोकेट,  आशीष राणा एवं वरिष्ठ पत्रकार अरविंद गोयल, खुर्शीद आलम, शैंकी अरोडा, मुकेश गुप्ता, इकबाल खान, गुड्डू पिरजादा, मिर्जा मारुफ, सत्तार, औरंगजेब, अशोक सैनी, जितिन सैनी, मिर्जा जुल्फकार अली,  ओमपाल कश्यप, कुर्बान, इन्तजार बेग, अजय सैनी,  अजमत अली, महबूब आलम, मोहम्मद इरफान, गुलबहार,  फहीम थानवी, समीर खान,  भवानी आदि बहुत से पत्रकार एवं सामाजिक कार्यकर्ता और स्वास्थ्य कर्मी महिलाएं एवं शिक्षा चिकित्सा जगत से जुड़े बहुत से लोग मोजूद रहे। इससे पूर्व संगठन की ओर से बहुत से पत्रकारों, राजनैतिक एवं सामाजिक लोगों को पुरस्कार देकर सम्मानित भी किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सुशील शूरी ने तथा संचालन कार्यक्रम संयोजक एडवोकेट नासिर हैदर जैदी एवं आयोजक विजय सैनी ने संयुक्त रूप से किया।